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ग्रामीणों के नेत्र स्वास्थ्य एवं दिव्यांगों के अधिकारों के प्रति पंचायतों का हुआ सवेंदीकरण

ग्रामीणों के नेत्र स्वास्थ्य एवं दिव्यांगों के अधिकारों के प्रति पंचायतों का हुआ सवेंदीकरण

 

कासगंज


जनपद में ग्रामीणों के नेत्र स्वास्थ्य एवं दिव्यांगजनों के अधिकारों के प्रति जागरूक करने को साइटसेवर्स इंडिया द्वारा पंचायतों का संवेदीकरण किया गया। इस दौरान सोरों, सहावर एवं अमांपुर ब्लाक की 15 चिन्हित ग्राम पंचायतों के प्रधान, पंचायत सहायक एवं पंचायत सदस्य उपस्थित रहे। इस संवेदीकरण कार्यशाला का आयोजन शहर के होटल फोरलीफ में किया गया ।

कार्यशाला में ग्रामीण क्षेत्रों में नेत्र स्वास्थ्य और दिव्यांगों की स्थिति पर प्रकाश डाला गया और इसमें पंचायतों की भूमिका पर जोर दिया गया।

कार्यशाला में विभिन्न विषयों पर विशेषज्ञों द्वारा व्याख्यान दिए गए। इस दौरान जनवराह दिव्यांग समिति के कुलदीप ने दिव्यांगों के अधिकारों और पंचायतों की जिम्मेदारियों पर प्रकाश डाला। वहीँ सामाजिक समावेशन एवं समावेशी शिक्षा के बारे में साइटसेवर्स इंडिया के जिला समन्वयक विनायक प्रसाद द्वारा जानकारी दी गयी। जबकि नेत्र स्वास्थ्य और मोतियाबिंद के बारे में एनोड गवर्नेंस लैब के जिला समन्वयक संतोष मिश्रा ने  प्रकाश डाला। उन्होंने प्रतिभागियों को ग्रामीण क्षेत्रों में नेत्र स्वास्थ्य के बारे में जानकारी दी और पंचायतों द्वारा किए जा सकने वाले कार्यों के बारे में सुझाव दिये।






इस दौरान विभिन्न पंचायतों के प्रतिनिधियों ने अपने अनुभव साझा किए और ग्रामीणों के नेत्र स्वास्थ्य और दिव्यांगों के अधिकारों के लिए बेहतर काम करने की प्रतिबद्धता जताई।

कार्यशाला का संचालन साइटसेवर्स इंडिया की गीतांजलि भारद्वाज द्वारा किया गया। वहीँ कार्यशाला के समापन अवसर पर पंचायतों द्वारा नेत्र स्वास्थ्य एवं दिव्यांगों के अधिकारों के प्रति बेहतर कार्य करने के लिए सम्मानित भी किया गया और पंचायतों से आग्रह किया कि वे ग्रामीणों के नेत्र स्वास्थ्य और दिव्यांगों के अधिकारों के लिए निरंतर प्रयास करते रहें।

कार्यशाला में निम्नलिखित मुख्य बिंदुओं पर विचार-विमर्श किया गया:

ग्रामीण क्षेत्रों में नेत्र स्वास्थ्य की स्थिति

दिव्यांगों के अधिकार

पंचायतों की भूमिका और जिम्मेदारियां

ग्रामीणों को नेत्र स्वास्थ्य सुविधाओं और दिव्यांगों के अधिकारों के बारे में जागरूक करना

ग्रामीण क्षेत्रों में दिव्यांगों के लिए समावेशी वातावरण का निर्माण

कार्यशाला के मुख्य निष्कर्ष:

पंचायतों को ग्रामीणों के नेत्र स्वास्थ्य और दिव्यांगों के अधिकारों के प्रति जागरूक किया जाना चाहिए।

पंचायतों को ग्रामीण क्षेत्रों में नेत्र स्वास्थ्य सुविधाओं और दिव्यांगों के लिए समावेशी वातावरण का निर्माण करने के लिए सक्रिय रूप से काम करना चाहिए।

ग्रामीणों को नेत्र स्वास्थ्य और दिव्यांगों के अधिकारों के बारे में जागरूक करने के लिए जागरूकता अभियान चलाया जाना चाहिए।

इस दौरान साइटसेवर्स इंडिया के गुलज़ार, सौरभ एवं सहावर व अमांपुर ब्लाक की 15 चिन्हित ग्राम पंचायतों के प्रधान, पंचायत सहायक एवं पंचायत सदस्य उपस्थित रहे। ।

जिला मानसिक स्वास्थ्य प्रकोष्ठ कासगंज द्वारा मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ0 राजीव अग्रवाल महोदय के आदेशानुसार राष्ट्रीय मिर्गी दिवस

जिला मानसिक स्वास्थ्य प्रकोष्ठ कासगंज द्वारा मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ0 राजीव अग्रवाल महोदय के आदेशानुसार राष्ट्रीय मिर्गी दिवस

 आज दिनांक 17 नवंबर 2023 को जिला मानसिक स्वास्थ्य प्रकोष्ठ कासगंज द्वारा मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ0 राजीव अग्रवाल महोदय के आदेशानुसार राष्ट्रीय मिर्गी दिवस के उपलक्ष्य में वृहद मानसिक स्वास्थ्य जागरूकता शिविर का आयोजन नगरीय स्वास्थ्य केन्द्र- पवसरा पर किया गया। शिविर का शुभारंभ  मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ  राजीव अग्रवाल एंव नोडल अधिकारी (एन०सी०डी०) डॉ  कुलदीप सिंह जी द्वारा फीता काटकर किया गया। मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने बताया कि मिर्गी के लक्षण बेहोश होना, बोलने में समस्या, भावनाओं में बदलाव, तनाव, बात को समझने में परेशानी, बच्चों को एकटक एक ही जगह पर देखना, मांसपेशियों में दर्द अचानक खड़े-खड़े गिर जाना, शरीर में झुनझुनी और सनसनी होना आदि मिर्गी के लक्षण हैं इन सभी लक्षणों का इलाज संभव है इनमें से कोई भी लक्षण दिखने पर मनोचिकित्सक से इलाज अवश्य कराना चाहिए साथ मानसिक समस्याओं के लक्षण दिखने पर  ओझा व  तांत्रिक आदि से इलाज़  न लेकर बल्कि मनोचिकित्सक  से इलाज़ कराना चाहिए । 






नोडल अधिकारी डॉ कुलदीप सिंह ने बताया कि मानसिक समस्याएँ मन से उत्पन्न होती है मानसिक विमारियों के इलाज के लिए अन्धविश्वासके चक्कर में नही पड़ना चाहिए। नींद न आना या देर से नींद आना ,उदास या मायूस रहना ,चिंता, घबराहट, उलझन ,किसी कार्य में मन ना लगना, आत्महत्या के विचार आना, गुस्सा बहुत अधिक आना, भूत प्रेत देवी देवता आदि की छाया का भरम होना, बेहोशी के दौरे आना आदि मानसिक बीमारियों के लक्षण हैं इनके इलाज के लिए एक अच्छे मनोचिकित्सक से संपर्क करना चाहिए।

 पी० एस० डब्लू० वीरेंद्र कुमार ने  बताया कि किसी भी प्रकार की मानसिक समस्या के लिए ज़िला सयुंक्त चिकित्सालय मामो के मनकक्ष कमरा नंबर 204 में प्रत्येक सोमवार, बुधवार और शुक्रवार को प्रातः8 बजे से दोपहर 2 बजे तक संपर्क किया जा सकता है साथ ही टेली मानस के हेल्पलाइन नंबर 14416 पर भी मानसिक स्वास्थ्य के प्रति परामर्श लिया जा सकता है। से  इस अवसर पर डॉ यशकुमार,डॉ अंकित यादव,डॉ शोएब खान,पिंटू चौधरी(लेखाकार)व   PHC के समस्त स्टाप ,आशा एवं अन्य स्टॉफ उपस्थित रहे।

7 जून से सघन दस्त नियंत्रण पखवाड़ा शुरू

7 जून से सघन दस्त नियंत्रण पखवाड़ा शुरू

 


जिले को मिले दो लाख ओआरएस व तीन लाख 61 हज़ार ज़िंक की गोली 


गृह भृमण के माध्यम से आशाएं बाटेंगी ओआरएस पेकेट व जिंक

डायरिया से बचाव के लिए साफ सफाई भी ज़रूरी :डॉ

मनोज शुक्ला 



कासगंज 5 जून 2023।


शिशु मृत्यु दर को शून्य स्तर पर लाने के लिए 7जून से 22जून तक दस्त नियंत्रण पखवाड़ा का आयोजन किया जाएगा। इस दौरान आशा कार्यकर्ता चिन्हित घरों में गृह भ्रमण कर सूची तैयार करेंगी। जिसमें पांच वर्ष से कम उम्र के बच्चों की चिन्हित किया जाएगा। और जहां पांच वर्ष तक के बच्चे है। उस परिवार में ओआरएस का घोल बनाने एवं उपयोग के बारे में जानकारी दी जाएगी , एवं ओ.आर. एस के दो  पैकेट व 14 ज़िंक की गोली परिवार को दी जाएंगी। जनपद को दो लाख ओआरएस पेकेट व तीन लाख 61 हज़ार जिंक गोली उपलब्ध हैं, यह जानकारी अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. मनोज शुक्ला ने दी।



 नोडल अधिकारी ने बताया कि आशाएं घर घर जाकर पांच वर्ष तक बच्चों की सूची तैयार करेगी। चिन्हित घरों में जाकर दस्त से बचाव के लिए व ओआरएस का पैकेट वितरित करेंगी। साथ ही परिवार को ओआरएस व ज़िंक  गोली का उपयोग कैसे करना है इसकी जानकारी भी देंगी। बीएचएनडी सत्रो पर भी एएनएम को ओआरएस व जिंक गोली उपलब्ध करा दी गईं है। अपने क्षेत्र के बच्चों को दस्त होने पर ओआरएस और जिंक का उपचार दे सकें। उन्होंने बताया कि पिछले तीन वर्ष में डायरिया की चपेट में आए दूरस्थ क्षेत्र व ईट भट्टा, मलिन बस्तीयों में मोबाइल टीम द्वारा ज़िंक व ओआरएस बाँटे जाएंगे। 


डॉ. शुक्ला ने बताया टीमों को पखबाड़ा के दौरान कोई भी बच्चा दस्त से पीड़ित मिलने पर दो ओआर एस पेकेट व 14 गोली जिंक की दी जाएंगी। साथ इसके प्रयोग को लेकर जानकारी जारी किया जाएगी। उन्होंने बताया कि इस दौरान सघन दस्त नियंत्रण के बचाव, उपाय, दस्त की शिकायत होने पर ओआरएस व जिंक दवा का प्रयोग, दस्त के दौरान उचित पोषण व उपचार के लिए लोगों को  जागरूक किया जाएगा।


उन्होंने कहा कि डायरिया से बचाव को लेकर साफ-सफाई का विशेष ख्याल रखने की जरूरत है। दरअसल, साफ-सफाई हमें ना सिर्फ किसी एक बीमारी बल्कि अनेकों बीमारियों से दूर रखती है। इसके लिए खाने से पहले हाथों की नियमित तौर पर अच्छी तरह सफाई करें। घर के आसपास गंदगी और जल जमाव नहीं होने दें। ताजा भोजन का सेवन करें।

खसरा प्रभावित क्षेत्रों में आशा कार्यकर्ता करेंगी गृह भृमण

खसरा प्रभावित क्षेत्रों में आशा कार्यकर्ता करेंगी गृह भृमण

 


प्रतिदिन गृह भृमण द्वारा आशा,आशा संगिनी व एएनएम खसरा की करेंगी निगरानी


टीका से छूटे हुए व मना करने वाले परिवारों पर स्वास्थ्य विभाग का ध्यान केंद्रित 


खसरा से बचाव के लिए टीकाकरण ही एक मात्र उपाय : राज्य प्रतिरक्षण अधिकारी 


कासगंज, 3 जून 2023।


जनपद में खसरा के प्रसार के चलते अब आशा कार्यकर्ताखसरा प्रभावित क्षेत्र में गृह भ्रमण कर प्रभावित बच्चों की जानकारी एकत्रित करेंगी।साथ ही जो बच्चे टीकाकरण से छूटे है, उनकी सूची बनायेंगी। इसके साथ ही वैक्सीन इम्यूनाइजेशन वैन के माध्यम से टीकाकरण से वंचित बच्चों का टीका किया जायेगा।यह निर्देश राज्य प्रतिरक्षण अधिकारी डॉ. अजय गुप्ता ने जनपद भ्रमण के दौरान समीक्षा बैठक में दिए।


राज्य प्रतिरक्षण अधिकारी ने निर्देशित किया कि समस्त एमओआईसी खसरे के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए अपने क्षेत्र की आशा, आशा संगिनी व ए एन एम को गावं में प्रतिदिन गृह भ्रमण कराएँ। भृमण के दौरान किसी बच्चे एवं व्यक्ति में खसरे के लक्षण तो नहीं है निगरानी करें, लक्षण होने पर एएनएम इसकी सूचना प्रतिदिन सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर दें। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र उसकी सूचना जनपद मुख्यालय पर तत्काल उपलब्ध कराई जाए। साथ ही मरीज़ को ससमय आवश्यक उपचार उपलब्ध कराया जाए। 






 ब्लॉक गंजडुण्डवारा में बी सी जी , एमआर प्रथम एवं द्वितीय  कवरेज असंतोषजनक है। सहावर, सोरों में एम आर प्रथम, एम आर  द्वितीय का कवरेज 70 प्रतिशत से कम है। डॉ. गुप्ता ने इसको शत प्रतिशत कराने हेतु निर्देश दिए गए। इसके साथ ही सभी रिक्त उपकेंद्रों का माइक्रो प्लान तैयार करते हुए नियमित टीकाकरण के सत्रों का आयोजन कराना सुनिश्चित  करें। खसरे से प्रभावित क्षेत्रों में शत-प्रतिशत टीकाकरण कराना सुनिश्चित करें। 


जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डॉ. अंजुश सिंह ने बताया कि राज्य प्रतिरक्षण अधिकारी द्वारा दिए गए निर्देशनुसार जिले में सभी प्रक्रिया शुरू कर दी गईं है। वैक्सीन इम्यूनाइजेशन वैन लगाने की प्रक्रिया आगामी तीन दिवस में पूर्ण की जाए। ब्लॉक गंजडूंडवारा में नौ उपकेंद्र ख़ाली हैं रिक्त उपकेंद्र के क्षेत्रों का माइक्रोप्लान तैयार करते हुए वैक्सीन इम्यूनाइज़ेशन वैन के माध्यम से टीकाकरण का कार्य कराया जाएगा।

उन्होंने कहा खसरा से बचाव के लिए प्रभावती क्षेत्रों के छूटे हुए बच्चे, व टीकाकरण से मना करने वाले परिवारों पर भी स्वास्थ्य विभाग का ध्यान केन्द्रित है। आशाओं द्वारा इन बच्चों को चिन्हित किया जा रहा है। विरोधी परिवारों को टीका के लिए मनाने हेतु यूनिसेफ संस्था के सहयोग से माता बैठक की जा रही है। साथ ही ग्राम प्रधान का सहयोग लिया जा रहा है। उन्होंने कहा खसरा व अन्य जानलेवा बीमारियों से बचाव के लिए टीकाकरण ही एक मात्र उपाय है। बीमारी से बचाव के लिए एमआर का टीका व विटामिन ए की खुराक पिलाएं। आशाओं द्वारा खसरा प्रभावित क्षेत्रों में साफ सफाई के लिए जागरूक किया जा रहा है। सभी अविभावको से अपील है कि अपने बच्चों को जानलेवा बीमारियों से बचाव के लिए टीकाकरण ज़रूर कराएं, और साथ ही साफ सफाई का ख्याल रखें।


आपको बता दें कि जनपद में इस वर्ष जनवरी से अभी तक 122 बच्चें खसरा से संक्रमित मिले हैं| वहीँ वर्ष 2022 में 206 संक्रमित बच्चे मिले थे| इस तरह के संक्रामक रोग से बचाव के लिए टीकाकरण सबसे ज्यादा ज़रूरी है|

राज्य स्तरीय टीम ने खसरा प्रभावित राजेपुरा कुर्रा गाँव व सीएचसी का किया निरीक्षण

राज्य स्तरीय टीम ने खसरा प्रभावित राजेपुरा कुर्रा गाँव व सीएचसी का किया निरीक्षण

 

खसरे से प्रभावित परिवारों को दी सांत्वना 


मना करने वाले परिवारों को वार्तालाप कर टीकाकरण के फायदे बताए


कासगंज 1 जून 2023।



जनपद में गुरुवार को राज्य स्तरीय टीम द्वारा खसरा से प्रभावित गाँव व सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र गंजडुण्डवारा का निरीक्षण किया। राज्य प्रतिरक्षण अधिकारी डॉ. अजय गुप्ता व राज्य मूल्यांकन एवं अनुश्रवण अधिकारी संजय गोयल एवं स्वास्थ्य विभाग की टीम पटियाली ब्लॉक के राजेपुरा कुर्रा गाँव पहुंचे।



जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डॉ. अंजुश सिंह ने बताया कि निरीक्षण के दौरान खसरा प्रभावित बच्चों के परिवार को सांत्वना दी। टीकाकरण से मना करने वाले परिवारों का भृमण किया गया, और विरोधी परिवारों को टीकाकरण का महत्व बताया। टीकाकरण कराने से बच्चों की रोगप्रतिरोधक क्षमता बनी रहती है। जानलेवा बीमारियों तपेदिक, निमोनिया, हेपेटाइटिस बी, डिफ्थीरिया, परट्यूसिस, टिटनेस, हिब व खसरे जैसी जानलेवा बीमारियों से बचाते है। साथ ही खसरा से बचाव के लिए एमआर टीका लगवाएं। और संक्रमक बीमारियों से बचाव के लिए जनसमुदाय की ज़िम्मेदारी है कि साफ सफाई का ख्याल रखें। 






डॉ. सिंह ने बताया कि गाँव के प्रधान से बातचीत के दौरान पता चला कि गाँव में ज़्यादातर परिवार टीकाकरण के लिए   विरोध करते है। ग्राम प्रधान के काफ़ी प्रयास के बाद भी अपने बच्चों का टीकाकरण नहीं कराया। लेकिन ज़ब गाँव में बच्चों को खसरा फैलने लगा व तीन बच्चों की मृत्यु होने पर ग्राम प्रधान व आशा ने टीकाकरण के लिए दोवारा समझाया। तब कुछ विरोधी परिवारों को राजी कर बच्चों का टीकाकरण कराया।


 जिला प्रतिरक्षण अधिकारी ने कहा कि गंजडुण्डवारा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर समस्त ए एनएम व क्षेत्र की आशा कार्यकर्ता के कार्य करने में आ रही परेशानीयों पर चर्चा की गई। कुछ आशा व एएनएम ने क्षेत्र में आने जाने वाली कठिनाई के बारे में बताया, जिसके लिए गंजडूंडवारा चिकित्सा अधीक्षक को सुधार हेतु निर्देशित दिए। उन्होंने कहा कि सीएमओ कार्यालय में मुख्य हुई बैठक के दौरान सीएमओ व समस्त चिकित्सा अधीक्षकों कों नियमित

 टीकाकरण सुधार हेतु निर्देशित दिए ।



इस दौरान मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ अवध किशोर प्रसाद, एसीएमओ डॉ. मनोज शुक्ला व समस्त चिकित्सा अधीक्षक, डब्ल्यूएचओ मंडलीय अधिकारी डॉ.विकास गुप्ता, एसएमओ डॉ. हार्दिक कंजारिया, यूनिसेफ डीएमसी राजीव चौहान, यूएनडीपी कोल्ड चैन मेनेजर हसरत अली, चाई जिला समन्वयक विजय गर्ग, यूपीटीएसयू से ब्रजेश चौहान आदि मौजूद रहे।